Died: 17 November 1928 (age 63) at Lahore, Punjab, India
Organization: Indian National Congress, Arya Samaj
Political movement: Indian Independence movement
Religion: Hinduism
Lala Lajpat Rai (28 January 1865 – 17 November 1928) was an INDIAN author and politician who is chiefly remembered as a leader in the Indian fight for independence from the BRITISH RAJ. He was popularly known as Punjab Kesari meaning The Lion of Punjab also known as “Sher-E- Punjab” in Hindi. He was associated with activities of PUNJAB NATIONAL BANK and Lakshmi Insurance Company in their early stages. He sustained serious injuries by the police when leading a non-violent protest against the Simon Commission and died less than three weeks later. His death anniversary (November 17) is one of several days celebrated as MARTYRS’ DAY in India.
पूज्य आसाराम बापूजी निर्दोष हैं । बापूजी ने ‘दिव्य प्रेरणा-प्रकाश’ पुस्तक करोड़ो की संख्या में बाँटी है । जिसमें व्यभिचार होता था उस ‘वेलेंटाइन डे’ को बदलकर बापूजी ने ‘मातृ-पितृ पूजन दिन’ बनाया है । जो गलत राह पर जाते थे उन युवाओं को सही मार्ग पर लानेवाले बापूजी हैं और उनके ऊपर ये कैसे आरोप लगाते हैं !
In this Satsang, Sant Shri Asaram Bapu ji advises that one should not have sex on the holy days of Holi, Diwali, Shivratri, Janmashtami, Amavasya & Poornima. This leads to mentally/physically crippled children, in case a child is conceived on these nights. Even if a child is not conceived, sex on these days leads to excessive loss of vital energy. Hence, householders should refrain from having sex on the aforementioned days.
Endearingly called ‘Bapu ji’ (Asaram Bapu Ji), His Holiness is a Self-Realized Saint from India. Pujya Asaram Bapu ji preaches the existence of One Supreme Conscious in every human being, be it Hindu, Muslim, Christian, Sikh or anyone else. Pujya Bapu ji represents a confluence of Bhakti Yoga, Gyan Yoga & Karma Yoga. For more information, kindly visit –
बलात्कारी खुल्ले घूमें, और निर्दोषों पर झूठे आरोप ! ये कैसा न्याय है ?
यदि यह लोकतंत्र है तो कानून सभी के लिए अलग क्यूँ है ?? ऐसा कोई पहली बार नहीं है जब मीडिया जनता को उल्लू बना रही है.
हमारे समाज की बीमार सेकुलरवादी मानसिकता का फायदा उठाकर मीडिया मुस्लिम बनाम हिन्दू खेल खेल रही है.
आप खुद सोचिये, क्यों मीडिया हर मुस्लिम पर लगे आरोप को नज़रअंदाज़ और हिन्दू पर लगे किसी भी आरोप को सच बताकर बदनाम करने में लगा हुआ है ?
क्या देश में कानून निष्पक्ष है? क्या सभी को मिल रहा है न्याय? या हो रहा पक्षपात?
बदायूं रेप केस के आरोपियों को बेल मिल गयी है. 90 दिन गिरफ्तारी के हुए और सी बी आई ने कोई अर्ज़ी दाखिल नहीं की. और इस तरह हत्या और रेप करने वाले खुल्ले घूम रहे हैं.
दूसरी ओर हैं वो निर्दोष हिन्दू संत जो बेगुनाह होकर भी एक साल से जेल में हैं. ना ही कोई आरोप सिद्ध हुआ, ना कोई सबूत.
आखिर कानून आरोपियों को मुक्त और निर्दोष को ज़बरदस्ती सजा देने पर क्यों तुला हुआ है ?
क्यों साध्वी प्रज्ञा को निर्दोष होते हुए भी सिर्फ मीडिया ट्रायल के बल पर, कई सालों से अमानवीय तरीके से जेल में रखा गया है? क्या उनकी यही गलती है की वो हिन्दू हैं?
इमाम बुखारी जिसके उपर 67 गैर जमानती वारंट है फिर भी वह 12 सालो से आजाद है उसे गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया ? क्या इससे धर्मनिरपेक्ष कानून पर सवाल खड़े नहीं होते?
तेजपाल जिसने रेप किया और कबूल भी कर लिया उसे बेल दे दी जाती है ; लालू जिसने 25 करोड़ का घोटाला किया, जेल हुई और फिर उसे जमानत मिल जाती है ; संजय दत्त जिसने मासूम जिंदगियों से खिलवाड़ किया उसे भी पेरोल मिल जाती है ; मगर एक 75 वर्षीय संत को जिन्होंने देश की सेवा में 50 साल लगा दिए , उन्हें बिना किसी सबूत के एक झूठे आरोप का आधार बना कर, अस्वस्थ होते हुए भी , जेल में रखा गया है तो ये कैसा कानून है , जमानत के नाम पर सिर्फ एक नई तारिख मिल जाती है |
कब तक सहोगे अन्याय? कब भ्रष्ट कानून- व्यवस्था के खिलाफ आवाज़ उठाओगे ?
देश में चल रहा है हिन्दुओं के खिलाफ षड़यंत्र.
सोचो। जागो। । इस षड्यंत्र का खुल के विरोध करो.
जागो भारत जागो।
हिन्दुत्व जिन्दाबाद ।
Standard
प्रोजेक्ट कल्पवृक्ष
हरि ॐ !
आप सभी जानते हैं पेड मीडिया ने किस तरह संत आशारामजी बापू की छवि को धूमिल किया है । इस बिकाऊ मीडिया के कुप्रचार पर पानी फेरके, भारत भर के प्रत्येक व्यक्ति के सामने ‘संत आशारामजी बापू निर्दोष हैं’ – इस सच्चाई को उजागर करने के लिए युवा सेवा संघ मुख्यालय लेकर आ रहा है ‘‘प्रोजेक्ट कल्पवृक्ष’’ । इस प्रोजेक्ट द्वारा हम संत आशारामजी बापू की सच्चाई लोगों तक पहुँचायेंगे । साथ ही हम इसके द्वारा एक ऐसा नेटवर्क तैयार करेंगे जिसमें देशभर के साधकों के साथ असाधक भी होंगे । जनता ही जनार्दन होती है इसलिए जनता के आँखों पर जो झूठ का पर्दा मीडिया ने लगाया है उसे हटाना हम सबका कर्तव्य है । सभी साधक भाई-बहनों से प्रार्थना है कि इस प्रोजेक्ट में सहभागी होकर इसे सफल बनायें ।
आइये जानते हैं क्या है प्रोजेक्ट कल्पवृक्ष ।
प्रोजेक्ट कल्पवृक्ष युवा सेवा संघ मुख्यालय द्वारा संचालित किया जा रहा है । यह प्रोजेक्ट मोबाइल पर वॉट्सअप के द्वारा किया जायेगा । युवा सेवा संघ मुख्यालय ने वाट्सअप पर कुछ ग्रुप तैयार किये हैं जो इस प्रकार हैं : कल्पवृक्ष-१, कल्पवृक्ष-२, कल्पवृक्ष-३ इत्यादि । इन ग्रुप्स के प्रत्येक मेम्बर का काम है कि अपने वाट्सअप पर दो प्रकार के ग्रुप बनाये । एक तो साधकों का ग्रुप दूसरा नॉन-साधकों का । साधकों के ग्रुप का नाम कल्पवृक्ष और नॉन-साधकों के ग्रुप का नाम जागो हिन्दुस्तानी रखें । कल्पवृक्ष और जागो हिन्दुस्तानी ग्रुप नेम के साथ कुछ नम्बर भी डालें, ताकि एक जैसे दो ग्रुपस आपके मोबाइल में ना रहें । उदाहरण के तौर पे कल्पवक्ष-४२५४ और जागो हिन्दुस्तानी -७८९४५। जो ग्रुप आपने तैयार किया है उसमें साधकों के ग्रुप मेंम्बर्स से कहें कि वे भी इसी तरह के दो ग्रुपस बनाये और ऐसा ही करने को आगेवाले ग्रुप मेंम्बरों से कहें । इस चेन से आगे चलकर यह एक ऐसा कल्पवृक्ष बन जायेगा जिसकी शाखाओं का कोई अंत नहीं, मतलब अनंत है । आपके पास अगर ज्यादा लोगों के कांटैक्ट्स हैं तो आप दो से ज्यादा ग्रुप भी बना सकते हैं ।
एक बात का विशेष ध्यान रखें – ये ग्रुप चैqटग या कॉन्वरसेशन के लिए नहीं है । इसलिए किसी प्रकार का पोस्ट ना डोलें । युवा सेवा संघ मुख्यालय से जो भी पोस्ट आये उसे आगे के ग्रुप में फॉरवार्ड करना है । बस एक बात का ध्यान रखना है कि जो पोस्ट ऑनली फॉर साधक आये उसे इस इन्सटड्ढक्शन के साथ सिर्फ साधक के ग्रुप में फॉरवार्ड करना है असाधक के ग्रुप में नहीं ।
असाधक के ग्रुप के रूल्स कुछ अलग हैं और उसे कॉन्वरसेशन के लिए खुला छोड़ दें । इस ग्रुप में एक ध्यान रखें कि आप अकेले ना पड़ जाये इसलिए चार से पाँच ऐसे साधकों को जरूर रखें जो किसी भी प्रकार के उल्टे-सीधे सवालों का जवाब समझदारी से दे सके ।
अब आप सभी लोगों से अनुरोध है कि ज्यादा-से-ज्यादा लोगों से मिलें और अपने संपर्क सूची में उन लोगों के नम्बर सांझा(सेव) करें, असाधक ग्रुप के लिए । हिन्दू-संगठन, पुलिस अधिकारी, वकील, जज और पॉलिटिशिसनस के नम्बर प्रयत्नपूर्वक जोड़ने को कोशिश करें ।
तो ये है प्रोजेक्ट कल्पवृक्ष । आप सभी साधक भाई-बहनों से प्रार्थना है कि इस प्रोजेक्ट से जुड़कर इसे इतना बड़ा बनायें कि पूरी दुनिया में संत आशारामजी बापू के खिलाफ रची गई साजिस का पर्दाफास हो सके ।
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